PPC Kya Hota Hai (पीपीसी क्या है और यह कैसे काम करती है) 2024

क्या आप भी जानना चाहते हैं कि PPC Kya Hota Hai या PPC का Full Form kya होता है ? तो आप बिलकुल सही जगह आये हैं। अगर आप इंटरनेट या Digital Marketing या Blogging में इंटरेस्टेड हैं तो आप PPC इस शब्द को ज़रूर सुना होगा। चलिए जानते हैं कि PPC Kya Hota Hai?

PPC Kya Hai in Hindi (PPC का मतलब क्या होता है)?

PPC का Full Form= Pay-per-click होता है या PPC को Hindi में – प्रति क्लिक भुगतान कहते हैं। Pay-per-click (PPC) ऑनलाइन मार्केटिंग का एक रूप है जो Digital Marketing में यूज़ किया जाता है।

इसमें AD चलाने वाला व्यक्ति या Digital Marketing Agency हर बार उपयोगकर्ता (यूजर्स) द्वारा उनके किसी भी AD (विज्ञापन) पर क्लिक करने पर भुगतान करते हैं।

सरल भाषा में कहे तो PPC का मतलब होता है, अगर आप किसी प्रोडक्ट या सर्विस के लिए AD (विज्ञापन) चलाते हैं और यूजर उस AD पर क्लिक करते हैं तो आप जहाँ से AD चला रहे है उस प्लेटफॉर्म , कंपनी (Google, Facebook , Instagram, LinkedIn) को क्लिक के अनुसार पैसे देने पड़ते हैं , जिसे PPC कहते हैं।

PPC , में विज्ञापन के लिए सबसे प्रसिद्ध Google Ad है , जिसमे AD चलाने वाला कीवर्ड पर बोली लगाते हैं और जब उन कीवर्ड की खोज (Keyword Research) की जाती है तो उनके AD सर्च इंजन परिणाम पृष्ठों (SERP) के सबसे ऊपर दिखाई देते हैं। इनमें Sponsored लिखा होता है।

PPC कैसे काम करती है ?

PPC, AD चलाने वालों को उन विशेष कीवर्ड या वाक्यांशों पर बोली लगाने (Biding) की अनुमति देकर काम करता है जिनके लिए वे अपने AD को सर्च इंजन में दिखाना चाहते हैं।

जब कोई यूजर (हम जैसे लोग) उन कीवर्ड या वाक्यांशों से सम्बंधित या उसी कीवर्ड को Google पर ढूढ़ते है, तो AD चलाने वालों का AD (विज्ञापन) google में सबसे ऊपर दिखाई देगा। जब भी कोई यूजर उनके AD पर क्लिक करता है तो AD चलाने वालों से शुल्क लिया जाता है।

AD चलाने वाले (विज्ञापनदाता) ऐसे campaigns बनाते हैं जो विशेष लोगों, विशेष रुचियों, विशेष स्थानों और एक विशेष उम्र आदि को Target किया जाता हैं। अगर आप AD चला रहे हैं तो आप उन कीवर्ड के लिए अधिकतम बोली निर्धारित करेंगे जिन्हें आप Target करना चाहते हैं।

उदहारण: अगर आप एक Graphics Designer हैं या Graphics Designer की Agency है तो आप इस – Best Graphics Designer Agency – कीवर्ड को चुनेंगे और इसके लिए विशेष लोगों (businessman, प्रोडक्ट Seller), विशेष रुचियों विशेष उम्र (18 से 65) आदि को Target कर Ad चलाते हैं।

ऊपर दिए गए प्रोसेस को campaign बनाना कहते हैं। Ad, पब्लिश करने के बाद सर्च इंजन यह निर्धारित करने के लिए एक जटिल एल्गोरिदम का उपयोग करता है कि कौन से AD दिखाए जाएं और किस क्रम में दिखाए जाएं। सबसे ऊपर , बीच में या सबसे नीचे!

PPC महत्वपूर्ण क्यों होता है – PPC क्यों चलाएं?

अगर आप एक बिज़नेस खड़ा करना चाहते है और चाहते हैं कि लोग आपके बिज़नेस को जाने , तो आप अपने बिज़नेस के लिए Ad चलाते हैं या किसी एजेंसी से Ad चलवाते हैं।

बिज़नेस में PPC को मार्केटिंग खर्चे की तरह न देखकर , Asset की तरह समझना चाहिये। क्योंकि इससे आपके बिज़नेस को ब्रैंडिंग मिलती है और आपके पास और अधिक काम आता है।

PPC AD के फायदे –

Fast Result: PPC AD किसी वेबसाइट पर अगर वेबसाइट एकदम नई है तो भी लगभग तुरंत ट्रैफ़िक ला सकते है। जबकि आर्गेनिक तरीके (SEO) से ट्रैफ़िक आने में समय लग सकता है।

AD प्लेटफ़ॉर्म आमतौर पर ADs को उसी दिन स्वीकृत कर देते हैं, जिससे लगभग तुरंत ही अधिकतम ट्रैफिक मिल जाता है।

आप Google सर्च के Text AD, Facebook और इंस्टाग्राम के माध्यम से Display AD, या YouTube पर भी एक वीडियो AD के माध्यम से भी अपने साइट या बिज़नेस को ग्रो कर सकते है। अलग अलग तरीकों के AD से और अलग -अलग AD कंपनी के उपयोग से आप अपने वेबसाइट या आपके ब्रांड को लाखों लोगों तक जल्दी पहुंचाया जा सकता है।

ब्रांडिंग करना: PPC AD आपके ब्रांड की जागरूकता को बढ़ाने में मदद कर सकता है, भले ही उपयोगकर्ता आपके विज्ञापन पर क्लिक न करें। फिर भी उन्हें AD तो दिखाई देगा ही और यह आपके Website , Blog या Brand को याद रखने में मदद करते हैं।

Target audience (सही यूजर्स) तक पहुंचना: PPC AD आपके Product, Brand के अनुकूल रुचियों वाले लोगों को Target करने की अनुमति देता है, जो आपको सही दर्शकों तक पहुंचने में मदद करता है।

PPC AD के माध्यम से आप व्यक्तियों को उनके उम्र , व्यवहार और रुचियों के आधार पर भी Target कर सकते हैं। इसमें सबसे प्रसिद्ध- फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया साइटें जो आपके विज्ञापन को उस समूह , उन लोगों तक पहुंचाने में आपकी मदद कर सकती हैं जो आपके प्रोडक्ट में रूचि रखते हो , जिससे बिक्री में बदलने की संभावना बढ़ जाती है।

अपने लक्ष्यों को Analysis करना: Google Analytics जैसे Tools आपके लक्ष्यों को ट्रैक करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। इससे आप देख सकते हैं कि आपके विज्ञापन वास्तविक समय (Real Time) में कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं, और यह तय करें कि अपने लक्ष्यों तक अधिक कुशलता से पहुंचने के लिए आपको क्या करने की आवश्यकता है।

कम खर्चे में effective: PPC AD आमतौर पर अन्य विज्ञापन विधियों, जैसे टेलीविजन या प्रिंट विज्ञापनों (बैनर्स) आदि की तुलना में अधिक लागत प्रभावी हो सकता है, क्योंकि इसमें आपको तभी पैसे देने होंगे जब कोई उपयोगकर्ता आपके विज्ञापन पर क्लिक करता है, भले ही आपके खाते में पहले ही पैसे जमा करवा लिया गया हो।

न्यूज़ पेपर और टेलीविजन विज्ञापन से काफी सस्ता पड़ता है और आप इसमें रिजल्ट का भी Analysis कर सकते हैं।

PPC Ad campaign के लिए strategy और planning क्यों ज़रूरी होता है ?

अच्छा और effective रिजल्ट पाने के लिए Ad campaign के लिए Targeting , strategy और planning बहुत ज़रूरी होता है।

अपने Target audience को पहचाने: आप जिन लोगों तक अपने AD के माध्यम से पहुंचना चाहते हैं, उनके केटेगरी , इंटरेस्ट, साथ ही साथ उनकी उम्र, लिंग, स्थान, रुचियां की पहचान करे।

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